जहाँ में प्यार और मैहरो वफ़ा की रीत है जब तक (जब तक)
तुम्हारे वास्ते वक़्फ़ हैं मेरी चाहतें तब तक (तब तक)
जहाँ में प्यार और मैहरो वफ़ा की रीत है जब तक (जब तक)
तुम्हारे वास्ते वक़्फ़ हैं मेरी चाहतें तब तक
मेरे हर रोज़ की हर एक बात के हर पेहलू का उन्वान हो
मेरे उन्वान की हर एक कहानी का तुम ही आग़ाज़ हो
तू रास्ता तू मंज़िल तू आसन तू ही मुश्किल
तू इश्क़ है तू मोहब्बत तू ही खोना तू ही हासिल
में इश्क़ की वह सदा बन गया हूँ
जिसे सुने जहाँ सुने आसमां
में प्यार की वह दुआ बन गया हूँ
जिसे मिले जहाँ मिले आसमान
हाथों की लकीरों से नज़रें जो उलझ जाएं
तेरे प्यार की तहरीरें मेरी किस्मत बन जाएं
मेरे दिल की हर एक खुवाहिश तुझ में यूँ सिमट जाएं
तेरी बाहों के यह घेरे मुझसे जो लिपट जाएं
में किस्सा हूँ मुख़्तसर मेरा सिलसिला तवील तुम
मेरे अनकहे अल्फ़ाज़ की एक अनसुनी तफ़सील तुम
में इश्क़ की वह सदा बन गया हूँ
जिसे सुने जहाँ सुने आसमां
में प्यार की वह दुआ बन गया हूँ
जिसे मिले जहाँ मिले आसमान
में प्यार की दास्तां बन गया हूँ
में प्यार का गीत वह बन गया हूँ
में इश्क़ की वह सदा बन गया हूँ
जिसे सुने जहाँ सुने आसमां
में प्यार की वह दुआ बन गया हूँ
जिसे मिले जहाँ मिले आसमान