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Lyrics
दर्द भरे इतना की रोने को दिल करदा
तेरे बिना मे जान सा अब तो होने को दिल करदा

हे हे हे हे
माही वे
वजह तुम हो
माही वे
वजह तुम हो
वक्त का करम है ये तो
बैठा है मेरे रूबरू
ए इश्क़ कितना तुझसे
लफ़ज़ो मे कैसे में कहु
बिखरे बिखरे से थे हम पहेले
अब सवारने लगे
तुम्हारी गलियो से रोज आना जो हम गुजरने लगे
वजह तुम हो
वजह तुम हो
वजह तुम हो
वजह तुम हो
माही वे
वजह तुम हो
माही वे
वजह तुम हो

माहिया ओ ओ ओ
माहिया ओ ओ ओ
हर सम मे आँखो पर
तेरा आँचल लहराए
हर रात यादो की
बारात ले आए
में साँस लेती हू
तेरी खुशबु आती है
मेरे दिल की धड़कन भी
फिर गीत गाती है
तुम्हारे सिवा किसी और से है मिलते कम आज कल
तुम्हारे सिवा किसी और से है मिलते कम आज कल
जिस बात का तुझको दर है
वो करके दिखा दूँगा
ऐसे ना मुझे तुम देखो
सीने से लगा लूँगा
तुमको मई चुरा लूँगा तुमसे
दिल मे छुपा लूँगा
ऐसे ना मुझे तुम देखो
सीने से लगा लूँगा
तुमको मई चुरा लूँगा तुमसे
दिल मे छुपा लूँगा
माही वे
वजह तुम हो
माही वे वजह तुम हो

WRITERS

MITHOON, MANOJ MUNTASHIR SHUKLA

PUBLISHERS

Lyrics © Universal Music Publishing Group

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