कुछ अरमाँ हो जो ख़ास ख़ास
अब मुश्किल नहीं कुछ भी, नहीं कुछ भी
अब मुश्किल नहीं कुछ भी, नहीं कुछ भी
उड़ जाए ले के ख़ुशी, अपने संग तुझको वहाँ
जन्नत से मुलाक़ात हो, पूरी हो तेरी हर दुआ
गुज़रे ऐसी हर रात रात, हो ख्वाहिशों से बात बात
ले कर सूरज से आग आग, गाये जा अपना राग राग
कुछ ऐसा करके दिखा, खुद खुश हो जाए खुदा
अब मुश्किल नहीं कुछ भी, नहीं कुछ भी
अब मुश्किल नहीं कुछ भी, नहीं कुछ भी